Shodashi Secrets

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ज्येष्ठाङ्गबाहुहृत्कण्ठकटिपादनिवासिनीम् ॥७॥

ऐं क्लीं सौः श्री बाला त्रिपुर सुंदरी महादेव्यै सौः क्लीं ऐं स्वाहा ह स क ल ह्रीं ह स क ह ल ह्रीं स क ल ह्रीं ॐ ह स क ल ह्रीं ह स क ह ल ह्रीं स क ल ह्रीं

कामेश्यादिभिरावृतं शुभ~ण्करं श्री-सर्व-सिद्धि-प्रदम् ।

यहां पढ़ें त्रिपुरसुन्दरी अष्टोत्तर शतनाम स्तोत्र संस्कृत में – tripura sundari ashtottarshatnam

सा मे दारिद्र्यदोषं दमयतु करुणादृष्टिपातैरजस्रम् ॥६॥

This mantra holds the facility to elevate the intellect, purify feelings, and connect devotees for their higher selves. Here i will discuss the intensive benefits of chanting the Mahavidya Shodashi Mantra.

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षट्पुण्डरीकनिलयां षडाननसुतामिमाम् ।

The Tale is a cautionary tale of the strength of need along with the necessity to create discrimination through meditation and subsequent the dharma, as we progress inside our spiritual route.

सावित्री तत्पदार्था शशियुतमकुटा पञ्चशीर्षा त्रिनेत्रा

श्रौतस्मार्तक्रियाणामविकलफलदा भालनेत्रस्य दाराः ।

The Mahavidya Shodashi Mantra fosters psychological resilience, assisting devotees approach lifetime using a calm and steady intellect. This benefit is effective for people experiencing pressure, since it nurtures inner peace and the ability to retain emotional harmony.

Action two: Get a picture of Mahavidya Shodashi and place some flowers in front of her. Offer you incense sticks to her by lights the exact same before her picture.

यह साधना करने वाला व्यक्ति स्वयं कामदेव के समान हो जाता है और वह साधारण व्यक्ति न रहकर लक्ष्मीवान्, पुत्रवान व स्त्रीप्रिय होता है। उसे वशीकरण की विशेष शक्ति प्राप्त होती है, उसके अंदर एक विशेष आत्मशक्ति का विकास होता है और उसके जीवन के पाप शान्त होते है। जिस प्रकार अग्नि में कपूर तत्काल भस्म हो जाता है, उसी प्रकार महात्रिपुर सुन्दरी की साधना करने से व्यक्ति के पापों का क्षय हो जाता Shodashi है, वाणी की सिद्धि प्राप्त होती है और उसे समस्त शक्तियों के स्वामी की स्थिति प्राप्त होती है और व्यक्ति इस जीवन में ही मनुष्यत्व से देवत्व की ओर परिवर्तित होने की प्रक्रिया प्रारम्भ कर लेता है।

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